आरती श्री श्याम खाटू जी की | Aarti Shri Khatu Ji Ki
आरती श्री श्याम खाटू जी कीAarti Shri Khatu Ji Ki ॐ जय श्री श्याम हरे प्रभु जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय श्री श्याम हरे…गल पुष्पों की माला, सिर पर मुकुट … Read more
आरती श्री श्याम खाटू जी कीAarti Shri Khatu Ji Ki ॐ जय श्री श्याम हरे प्रभु जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय श्री श्याम हरे…गल पुष्पों की माला, सिर पर मुकुट … Read more
ओ3म् जय जगदीश हरे आरतीOm Jai Jagdish Hare Aarti ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे, भक्त जनन के संकट, क्षण में दूर करे ॥ॐ॥जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिनसे मन का ॥प्रभु॥सुख-सम्पत्ति घर … Read more
आरती श्री कृष्ण जी कीAarti Shri Krishna Ji Ki जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय जय गिरधारी। दानव-दल बलिहारी, गो-द्विज हित कारी॥ जय गोविन्द दयानिधि, गोवर्धन धारी।वंशीधर बनवारी, ब्रज जन प्रियकारी ॥जय श्री०॥ गणिका गोध … Read more
आरती श्री कुंजबिहारी जी की | Aarti Shri Kunjbihari Ji Ki आरती कुंजबिहारी। श्रीगिरधर कृष्णमुरारी की॥ (टेक) गले में बैजंतीमाला, बजावै मुरलि मधुर वाला। श्रवन में कुण्डल झलकाला, नंद के आनन्द नन्दलाला ॥श्रीगिरधर कृष्णमुरारी की॥ … Read more
आरती श्री गंगा जी की | Aarti Shri Ganga Ji Ki ओ३म् जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता॥ ओ३म् जय गंगे माता… चन्द्र सी ज्योति तुम्हारी, जल … Read more
आरती श्री शिवजी की | Aarti Shri Shiv Ji Ki जय शिव ओंकारा हर शिव ओंकारा,ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्द्धांगी धारा ॥ॐ हर हर॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे,हंसासन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ॐ हर हर॥ दो भुज … Read more
आरती महाशिवरात्रि की | Aarti MahaShivratri Ki आ गई महाशिवरात्रि पधारो शंकर जी,हो पधारो शंकर जी आरती ऊतारें पार। उतारो शंकर जी हो उतारो शंकर जी, तुम नयन-नयन में हो मन मन में धाम तेरा।हे … Read more
आरती श्री दुर्गा जी की | Aarti Shri Durga Ji Ki अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली। तेरे ही गुण गाएं भारती। ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती॥ तेरे भक्त जनों … Read more
आरती श्री काली माता जी की “मंगल” की सेवा, सुन मेरी देवा! हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। “मंगल” की सेवा, सुन मेरी देवा! हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान-सुपारी, ध्वजा-नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट धरे॥ … Read more
आरती श्री संतोषी माता जी की जय सन्तोषी माता जय सन्तोषी माता, अपने सेवक जन की सुख सम्पत्ति दाता ॥जय॥ सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों, हीरा पन्ना दमके तन सिंगार लीन्हों ॥जय॥ गेरू लाल … Read more
आरती श्री वैष्णो देवी की सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी कोई तेरा पार न पाया, पान सुपारी ध्वजा नारियल ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥सुन०॥ सुवा चोला तेरे अंग विराजै केसर तिलक लगाया, ब्रह्मा वेद पढ़े तेरे … Read more
आरती श्री मनसा देवी की जय मनसा माता, मैया जय मनसा माता। जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ टेक॥ जरत्कारु मुनि पत्नि, तुम बासुक भगनी, मैया तुम बासुक भगनी। कश्यप की तुम कन्या, … Read more