हे कान्हा… अब सौंप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में | भक्ति भजन | Hey Kahna ab sonp diya is jivan ka sab bhar tumare hathon me

हे कान्हा... अब सौंप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में भक्ति भजन Hey Kahna ab sonp diya is jivan ka sab bhar tumare hathon me

हे कान्हा…. अब सौंप दिया इस जीवन का ;सब भार तुम्हारे हाथों में !है जीत तुम्हारे हाथों में ;और हार तुम्हारे हाथों में !!अब सौंप दिया इस जीवन का … मेरा निश्चय है बस एक … Read more

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत | Man ke Hare Haar hai, Man ke Jeete Jeet | प्रेरणादायक प्रसंग

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत निश्चित ही मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। यह बात कई बार आपके मुख से निकली होगी और बहुधा (बहुत बार) दूसरों के … Read more

श्री सूर्य भगवान् की आरती | Aarti Shri Surya Bhagwan ji

श्री सूर्य भगवान् की आरती | Aarti Shri Surya Bhagwan ji

॥श्री सूर्य भगवान् की आरती॥ Aarti Shri Surya Bhagwan ji जय कश्यप नन्दन, जय अदिति नन्दन । त्रिभुवन- तिमिर-निकन्दन, भक्त हृदय वन्दन ॥ सप्त अश्व रथ राजित, चतुर्भुजा धारी । दुखहारी, सुखकारी, भक्तन हितकारी ॥ … Read more

श्री सूर्याष्टकम् (हिंदी अनुवाद सहित) | Shri Ashtakam (with Hindi Meaning)

श्री सूर्याष्टकम् (हिंदी अनुवाद सहित) | Shri Ashtakam (with Hindi Meaning)

श्री सूर्याष्टकम् (हिंदी अनुवाद सहित) Shri Ashtakam (with Hindi Meaning) आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर । दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते ॥ अर्थ: हे आदि देव ! आपको नमस्कार है । हे भास्कर ! आप मुझ … Read more

श्री सूर्य कवचम् (हिंदी अनुवाद सहित) | Shri Surya kavach (with Hindi meaning)

श्री सूर्य कवचम् (हिंदी अनुवाद सहित) | Shri Surya kavach (with Hindi meaning)

श्री सूर्य कवचम् (हिंदी अनुवाद सहित) Shri Surya kavach (with Hindi meaning) शृणुध्वं मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचम् शुभम् । शरीरारोग्यदं दिव्यं सर्वसौभाग्यदायकम् ।। अर्थ: हे शार्दूल मुनि ! भगवान् सूर्य के कल्याणकारी कवच को सुनो। यह … Read more

श्री आदित्य हृदय स्तोत्रम् (अर्थ सहित) | भगवान् सूर्य के प्रसिद्ध बारह नाम | श्री सूर्य कवचम् | श्री सूर्याष्टकम् | आरती सहित)

sri-aditya-hridaya-stotram-sri-surya-kavach-sri-suryashtakam-surya-aarti श्री आदित्य हृदय स्तोत्रम् भगवान् सूर्य के बारह नाम श्री सूर्य कवचम् श्री सूर्याष्टकम् व आरती (अर्थ सहित)

॥विनियोगः॥ ॐ अस्य आदित्यहृदयस्तोत्रस्य अगस्त्य ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, आदित्यहृदयभूतो भगवान् ब्रह्मा देवता, निरस्ताशेषविघ्नतया ब्रह्मविद्यासिद्धौ सर्वत्र जयसिद्धौ च विनियोगः । इस आदित्य हृदय स्तोत्र के ऋषि अगस्त्य, छन्द अनुष्टुप्, देवता आदित्यहृदयभूत भगवान् ब्रह्मा हैं । सभी … Read more