श्रीराम वन्दना | Shri Ram Vandana
श्रीरामचन्द्र रघुपुङ्ग· व राजवर्य
राजेन्द्र राम रघुनायक राघवेश।
राजाधिराज रघुन्दन रामचन्द्र
दासोऽहमद्य भवतः शरणागतोऽस्मि॥
हे कान्हा…. अब सौंप दिया इस जीवन का ;सब भार तुम्हारे हाथों में !है जीत तुम्हारे हाथों में ;और हार तुम्हारे हाथों में !!अब सौंप दिया इस जीवन का … मेरा निश्चय है बस एक … Read more
॥श्री सूर्य भगवान् की आरती॥ Aarti Shri Surya Bhagwan ji जय कश्यप नन्दन, जय अदिति नन्दन । त्रिभुवन- तिमिर-निकन्दन, भक्त हृदय वन्दन ॥ सप्त अश्व रथ राजित, चतुर्भुजा धारी । दुखहारी, सुखकारी, भक्तन हितकारी ॥ … Read more
॥विनियोगः॥ ॐ अस्य आदित्यहृदयस्तोत्रस्य अगस्त्य ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, आदित्यहृदयभूतो भगवान् ब्रह्मा देवता, निरस्ताशेषविघ्नतया ब्रह्मविद्यासिद्धौ सर्वत्र जयसिद्धौ च विनियोगः । इस आदित्य हृदय स्तोत्र के ऋषि अगस्त्य, छन्द अनुष्टुप्, देवता आदित्यहृदयभूत भगवान् ब्रह्मा हैं । सभी … Read more
श्री कालू खेड़े वाली माँ की आरतीShri Kalu Khede Wali Ma Kali Ki Aarti सभी मिल सकत्या नवलख संग डोकरी जिमो माँ काली लाडू पेड़ा और लापसी, खीर भरी थाली।सुवरण थाल छतीस्यु भोजन, बेठो विरदाली॥1॥ … Read more
तुलादान से होता है कल्याण, जानें तुलादान का धार्मिक महत्व और नियम हमारी सनातन परंपरा में दान (Daan) का बहुत महत्व है। कलयुग में कल्याण और मोक्ष की चाह रखने वालों को आखिर किस चीज … Read more
गीता-महिमा | Geeta-Mahima गीता हृदय भगवान् का सब ज्ञान का शुभ सार है। इस शुद्ध गीता ज्ञान से ही चल रहा संसार है॥ गीता परमविद्या सनातन सर्वशास्त्र प्रधान है। परब्रह्म रूपी मोक्षकारी नित्य गीता-ज्ञान है॥ यह … Read more
हनुमान चालीसा हिंदी अर्थ सहितHanuman Chalisa Hindi Anuvad Sahit हम सब हनुमान चालीसा पढते हैं, सब रटा रटाया है। क्या हमे चालीसा पढते समय पता भी होता है कि हम हनुमानजी से क्या कह रहे … Read more
आरती श्री विश्वकर्मा जी कीAarti Shri Vishwakarma Ji Ki ओ३म् जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा। सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक श्रुति धर्मा ॥१॥ ॐ जय…आदि सृष्टि में विधि को, श्रुति उपदेश दिया। जीव … Read more
आरती श्री शनि देव जी की Aarti Shri Shani Dev Ji Ki जय जय रविनन्दन जय दुःख भंजन।जय-जय शनि हरे ॥टेक॥जय भुजचारी, धारणकारी, दुष्ट दलन॥तुम होत कुपित, नित करत दुखी, धनी को निर्धन॥तुम धर अनुप यम … Read more
आरती श्री सत्यनारायण जी कीAarti Shri Satyanarayan Ji Ki जय श्री लक्ष्मीरमणा, जय श्री लक्ष्मीरमणा।सत्यनारायण स्वामी, जन-पातक-हरणा ॥जय॥ रत्न जड़ित सिंहासन, अद्भुत छवि राजै। नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥जय॥ प्रकट भये कलिकारण, द्विज … Read more
आरती श्री रामायण जी की Aarti Shri Ramayan Ji Ki आरती श्री रामायणजी की,कीरति कलित ललित सिय-पी की ॥टेक॥गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद,बाल्मिक विग्यान बिसारद।सुक सनकादि सेष अरु सारद,बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥१॥ गावत वेद पुरान … Read more
श्रीरामचन्द्र रघुपुङ्ग· व राजवर्य
राजेन्द्र राम रघुनायक राघवेश।
राजाधिराज रघुन्दन रामचन्द्र
दासोऽहमद्य भवतः शरणागतोऽस्मि॥