श्रीराम वन्दना | Shri Ram Vandana
श्रीरामचन्द्र रघुपुङ्ग· व राजवर्य
राजेन्द्र राम रघुनायक राघवेश।
राजाधिराज रघुन्दन रामचन्द्र
दासोऽहमद्य भवतः शरणागतोऽस्मि॥
रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया।रघुकुल नन्दन कब आवोगे,भिलनीकी डगरिया ॥ टेर ॥ रामा रामा रटते रटते… मैं शबरी भिलनी की जाई, भजन भाव नहीं जानूँ रे।राम तुम्हारे दरसन के हित, वन में जीवन … Read more
आरती श्री रामायण जी की Aarti Shri Ramayan Ji Ki आरती श्री रामायणजी की,कीरति कलित ललित सिय-पी की ॥टेक॥गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद,बाल्मिक विग्यान बिसारद।सुक सनकादि सेष अरु सारद,बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥१॥ गावत वेद पुरान … Read more
श्रीरामचन्द्र रघुपुङ्ग· व राजवर्य
राजेन्द्र राम रघुनायक राघवेश।
राजाधिराज रघुन्दन रामचन्द्र
दासोऽहमद्य भवतः शरणागतोऽस्मि॥
कभी राम बनके कभी श्याम बनके,चले आना प्रभुजी चले आना॥ कभी राम बनके कभी श्याम बनके,चले आना प्रभुजी चले आना॥ तुम राम रूप में आना,तुम राम रूप में आनासीता साथ लेके,धनुष हाथ लेके,चले आना प्रभुजी … Read more