आरती श्री दुर्गा जी की | Aarti Shri Durga Ji Ki

आरती श्री दुर्गा जी की | Aarti Shri Durga Mata ji

आरती श्री दुर्गा जी की | Aarti Shri Durga Ji Ki अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली। तेरे ही गुण गाएं भारती। ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती॥ तेरे भक्त जनों … Read more

आरती श्री काली माता जी की | Aarti Shri Kali Mata Ji

आरती श्री काली माता जी की, Aarti Shri Kali Mata ji

आरती श्री काली माता जी की “मंगल” की सेवा, सुन मेरी देवा! हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। “मंगल” की सेवा, सुन मेरी देवा! हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान-सुपारी, ध्वजा-नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट धरे॥ … Read more

आरती श्री संतोषी माता जी की | Aarti Shri Santoshi Mata Ji

आरती श्री संतोषी माता जी की, Arti Shri Santoshi Mata ji

आरती श्री संतोषी माता जी की जय सन्तोषी माता जय सन्तोषी माता, अपने सेवक जन की सुख सम्पत्ति दाता ॥जय॥ सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों, हीरा पन्ना दमके तन सिंगार लीन्हों ॥जय॥ गेरू लाल … Read more

आरती श्री वैष्णो देवी की | Aarti Shri Vaishno Devi

आरती श्री वैष्णो देवी की | Arti Shri Vaishno Devi ji

आरती श्री वैष्णो देवी की सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी कोई तेरा पार न पाया, पान सुपारी ध्वजा नारियल ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥सुन०॥ सुवा चोला तेरे अंग विराजै केसर तिलक लगाया, ब्रह्मा वेद पढ़े तेरे … Read more

आरती श्री मनसा देवी की | Arti Shri Mansa Devi

आरती श्री मनसा देवी की, Arti Mansa Devi ji

आरती श्री मनसा देवी की जय मनसा माता, मैया जय मनसा माता। जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ टेक॥ जरत्कारु मुनि पत्नि, तुम बासुक भगनी, मैया तुम बासुक भगनी। कश्यप की तुम कन्या, … Read more

आरती श्री गायत्री जी की | Arti Shri Gayatri Ji

आरती श्री सरस्वती जी की Arti Shri Saraswati Ji

आरती श्री गायत्री जी की आरती श्री गायत्री जी की ॥ टेक ॥ ज्ञान को दीप और श्रद्धा की बाती, सो भक्ति ही पूर्ति करै जहं घी की ॥आरती॥ मानस की शुचि थाल के ऊपर, … Read more

आरती श्री सरस्वती जी की | Arti Shri Saraswati Ji

आरती-श्री-सरस्वती-जी-की-Arti-Shri-Saraswati-Ji

आरती श्री सरस्वती जी की आरती कीजे सरस्वती जी की, जननि विद्या बुद्धि भक्ति की ।टेक। जाकी कृपा कुमति मिट जाए, सुमिरन करत सुमति गति आये, शुक सनकादिक जासु गुण गाये, वाणि रूप अनादि शक्ति … Read more

आरती श्री लक्ष्मी जी की | Arti Shri Lakshmi Ji Ki

आरती श्री लक्ष्मी जी की | Lakshmi ji ki aarti

आरती श्री लक्ष्मी जी ओ३म् जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु धाता ॥ओ३म्॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ओ३म्॥ दुर्गा रूप निरंजनि, … Read more

गायत्री मंत्र हिंदी अनुवाद सहित, जाप करने के नियम और वैज्ञानिक महत्व

गायत्री मंत्र भावार्थ, जाप के नियम व वैज्ञानिक महत्व, gayatri mantra jaap ke niyan or meaning, scientific fact

गायत्री महामंत्र | Gayatri Mantra गायत्री मंत्र के उपासक अर्थात गायत्री मंत्र का जाप करने वालों के पास भूत प्रेत भूलकर भी नहीं आ सकते क्योंकि गायत्री मंत्र एक ऐसा मंत्र है जो मन को … Read more

श्याम से मिलने का सत्संग ही बहाना है | श्याम भजन | भक्ति भजन | Shyam Se Milne Ka Satsang Hi Bahana Hai | Shyam Bhajan | Bhakti-Bhajan

shyam se milne ka satsang hi bahana hai

श्याम से मिलने का सत्संग ही बहाना है,मिल जाये साँवरिया, मेरा रिश्ता पुराना है॥ टेर॥ मथुरा में ढूँढा तुझे, गोकुल में पाया है, वृन्दावन की गलियों में, मेरे श्याम का ठिकाना हैश्याम से….. ग्वालों में … Read more

कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो है भजन लिरिक्स | Kirtan Ki Hai Raat Baba Aaj Thane Aano Hai Bhajan Lyrics

Kirtan Ki Hai Raat, Baba Aaj Thane Aano Hai Bhajan Lyrics Kirtan Ki Hai Raat Dada Aaj Thane Aano Hai, Thane Kol Nibhano Hai Bhajan Lyrics Bhajano Ki Hai Raat, Kanha Aaj Thane Aano Hai Sundarkand Ki Raat Balaji Aaj Thane Aano Hai Bhajan Lyrics Krishna Bhajan Lyrics | Kanha Ke Bhajan | Mohan Ke Bhajan | Kanhaiya Ke Bhajan Lyrics | Kanha Bhajan Lyrics | Nandlala Ke Bhajan | Kanha Ji Ke Bhajan | Krishna Bhagwan Ke Bhajan | Lyrics of Lord Krishna Bhajan Songs

कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो है भजन लिरिक्सKirtan Ki Hai Raat Baba Aaj Thane Aano Hai Bhajan Lyrics कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आनो है थाने कोल निभानो है, कीर्तन … Read more

श्री हनुमान वन्दना | Shri Hanuman Vandana

Shri Hanuman Vandana

॥श्री हनुमान वन्दना॥ प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ग्यान घन। जासु हृदय आगार बसहिं राम सर चाप धर॥ अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥ भावार्थ: अतुल बलके धाम, सोने के पर्वत (सुमेरु) के … Read more