आरती श्री शनि देव जी की | Aarti Shri Shani Dev Ji Ki
आरती श्री शनि देव जी की Aarti Shri Shani Dev Ji Ki जय जय रविनन्दन जय दुःख भंजन।जय-जय शनि हरे ॥टेक॥जय भुजचारी, धारणकारी, दुष्ट दलन॥तुम होत कुपित, नित करत दुखी, धनी को निर्धन॥तुम धर अनुप यम … Read more