हे कान्हा….
अब सौंप दिया इस जीवन का ;
सब भार तुम्हारे हाथों में !
है जीत तुम्हारे हाथों में ;
और हार तुम्हारे हाथों में !!
अब सौंप दिया इस जीवन का …
मेरा निश्चय है बस एक यही ;
एक बार तुम्हें पा जाऊँ मैं !
अर्पण कर दूँ दुनिया भर का ;
सब प्यार तुम्हारे हाथों में !!
अब सौंप दिया इस जीवन का …
जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूँ ;
जैसे जल में कमल का फूल रहे !
मेरे सब गुण दोष समर्पित हों ;
करतार तुम्हारे हाथों में!!
अब सौंप दिया इस जीवन का …
यदि मानव का मुझे जन्म मिले ;
तो तेरे चरणों का पुजारी बनूँ !
इस पूजा की एक एक रग का ;
हो तार तुम्हारे हाथों में !!
अब सौंप दिया इस जीवन का …
जब संसार का कैदी बनूँ ;
निष्काम भाव से करम करूँ !
फिर अंत समय में प्राण तजूँ ;
निराकार तुम्हारे हाथों में !
अब सौंप दिया इस जीवन का …
मुझ में तुझ में बस भेद यही ;
मैं नर हूँ तुम नारायण हो !
मैं हूँ सँसार के हाथों में ;
सँसार तुम्हारे हाथों में !!
अब सौंप दिया है इस जीवन का …
🚩जय श्रीराधे कृष्णा🚩